मध्य प्रदेश में मूसलाधार बारिश ने जनजीवन को बुरी तरह से प्रभावित कर दिया है। कई जिलों के निचले इलाकों में बसे गांवों में पानी भर गया है जिससे लोग परेशान हैं। टीकमगढ़ में पिछले 18 घंटों से लगातार बारिश हो रही है जिससे जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। सड़कों पर इतना पानी भर गया है कि वह तालाब जैसी नजर आने लगी है।
दांतगोरा, किशनपुरा और तिगेला के बीच बना पुल तेज बारिश में बह गया। जिससे आवागमन पूरी तरह से बाधित हो गया है। ग्रामीणों को एक स्थान से दूसरे स्थान पर पहुंचने में भारी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है।

एसडीआरएफ और एनडीआरएफ की टीमें जलभराव वाले इलाकों में राहत और बचाव के कार्य में जुटी हैं। टीकमगढ़ के कलेक्टर ने लोगों से अपील की है कि अगर कहीं जलभराव, तालाब फूटने जैसी समस्या दिखे तो तुरंत कंट्रोल रूम को सूचित करें। पिछले करीब 20 घंटों से लगातार बारिश हो रही है जिससे हालात और बिगड़ते जा रहे हैं।
राज्य के अधिकांश जिलों में भारी बारिश जारी है। कई नदियां और नाले उफान पर हैं। राजधानी भोपाल में सड़क धंसने की घटना सामनेआई है। जबकि शहडोल में सीवर लाइन की खुदाई के दौरान मिट्टी धंसने से दो मजदूरों की दबकर मौत हो गई।
इंदौर में दो भाई ओमकारेश्वर में नर्मदा नदी में डूब गए। जबकि रीवा में घर के बाहर खेल रहा डेढ़ साल का मासूम बच्चा नाले में बह गया। मौसम विभाग ने शुक्रवार को ग्वालियर चंबल संभाग के सात जिलों में बहुत भारी बारिश का रेड अलर्ट जारी किया है। इसके अलावा नीमच, मंदसौर, रतलाम, आमालवा, राजगढ़, अशोकनगर, विदिशा, सागर, देवास, निवाड़ी, छतरपुर, पन्ना, सतना, रीवा और मऊगंज में भी तेज बारिश का अलर्ट जारी किया गया है।