Cryptocurrency Scam | CoinDCX में सबसे बड़ा घोटाला, ₹370 करोड़ हुए गायब?

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हैकर्स के लिए अगला फेवरेट डेस्टिनेशन बनता जा रहा है क्रिप्टो वर्ल्ड (Crypto Word) और निशाने पर अब भारत भी आ चुका है। भारत की सबसे बड़ी क्रिप्टो (Crypto) कंपनियों में से एक कॉइन डीसीएक्स (CoinDCX) भी साइबर हमले से सुरक्षित नहीं रही है। ₹370 करोड़ उड़ गए कॉइन डीसीएक्स (CoinDCX) के ऑपरेशनल अकाउंट से। लेकिन सबसे बड़ा सवाल यह कि आपके फंड्स का क्या? 

19 जुलाई 2025 को भारत की दूसरी सबसे बड़ी क्रिप्टो करेंसी (Cryptocurrency) एक्सचेंज कॉइन डीसीएक्स (CoinDCX) पर एक बड़ा साइबर अटैक हुआ। इस हमले में कॉइन डीसीएक्स (CoinDCX) के एक इंटरनल ऑपरेशनल अकाउंट से लगभग 44.2 मिलियन यानी करीब ₹370 करोड़ की भारीभरकम रकम चोरी हो गई। 

यह खाता कॉइन डीसीएक्स (CoinDCX) एक पार्टनर एक्सचेंज पर लिक्विडिटी प्रोविजनिंग के लिए इस्तेमाल किया जाता था। यानी इस अकाउंट से ट्रेडिंग या ग्राहक फंड का कोई लेना देना नहीं था। फिर भी यह कंपनी के लिए एक बड़ा झटका माना जा रहा है।

इस हमले की जानकारी सबसे पहले एथिकल हैकर ZXBT ने क्रिप्टो कम्युनिटी में शेयर की। उनके खुलासे के बाद कॉइन डीसीएक्स (CoinDCX) ने तुरंत कारवाही करते हुए अपनी वेब 3 सर्विस को टेंपरेरी रूप से बंद कर दिया। 

कॉइन डीसीएक्स के को-फाउंडर और सीईओ सुमित गुप्ता ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर लिखा हमारे एक इंटरनल ऑपरेशनल अकाउंट को एडवांस सर्वरल ब्रीच के जरिए हैक किया गया है। मैं पूरी जिम्मेदारी के साथ कहता हूं कि हमारे वॉलेट्स जहां कस्टमर फंड्स रखे जाते हैं, पूरी तरह से सुरक्षित है। उन्होंने यह भी कहा कि कॉइन डीसीएक्स (CoinDCX) के कोल्ड वॉलेट इंफ्रास्ट्रक्चर में रखे गए कस्टमर्स के डिजिटल एसेट्स इस हमले से बिल्कुल भी प्रभावित नहीं हुए हैं। 

सबसे बड़ी राहत की बात यह है कि कंपनी ने साफ रूप से कह दिया कि कोई भी कस्टमर फंड प्रभावित नहीं हुआ। आईएआर विड्रॉल और ट्रेडिंग सर्विसेस पूरी तरह नॉर्मल रूप से चल रही हैं। ऑपरेशनल अकाउंट और ग्राहक वॉलेट्स पूरी तरह से अलग-अलग सिस्टम्स में रहते हैं। यही वजह है कि इस नुकसान की भरपाई कॉइन डीसीएक्स (CoinDCX) अपनी खुद की ट्रेजरी से करने जा रही है। यानी यूज़र्स को कोई भी नुकसान नहीं होगा।

अब इस इंसिडेंट के बाद कॉइन डीसीएक्स (CoinDCX) की इंटरनल सिक्योरिटी टीम साथ ही बाहरी साइबर सिक्योरिटी एक्सपर्ट्स मिलकर इस पूरे मामले की जांच भी कर रहे हैं। मकसद है हैकिंग की कमजोरी को खोज कर बंद करना, चोरी हुए फंड्स की ट्रेिंग करना और आने वाले समय में ऐसे किसी भी खतरे से पूरी सुरक्षा सुनिश्चित करना। 

क्रिप्टो एक्सचेंज पर इस तरह का हमला एक बार फिर डिजिटल एसेट्स की सिक्योरिटी पर सवाल उठा रहा है। वेब 3 और डिफाई जैसे प्लेटफॉर्म्स को लेकर लोग बहुत एक्साइटेड हैं। वहीं ऐसी घटनाएं यूज़र्स के बीच विश्वास की एक परीक्षा बन जाती है। 

फिलहाल कॉइन डीसीएक्स (CoinDCX) के नुकसान को काबू में रख लिया गया है। लेकिन यह घटना बताती है कि सिर्फ टेक्नोलॉजी नहीं भरोसे की सिक्योरिटी भी उतनी ही जरूरी है। क्या यह सिर्फ कॉइन डीसीएक्स (CoinDCX) तक सीमित रहेगा या फिर बाकी क्रिप्टो कंपनियों के लिए भी यह एक सावधानी की घंटी बजा दी गई है। यानी एक डेंजर अलर्ट है।

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"पत्रकारिता का मुख्य काम है, लोकहित की महत्वपूर्ण जानकारी जुटाना और उस जानकारी को संदर्भ के साथ इस तरह रखना कि हम उसका इस्तेमाल मनुष्य की स्थिति सुधारने में कर सकें।” इसी उद्देश्य के साथ मैं पिछले 10 वर्षों से पत्रकारिता के क्षेत्र में काम कर रही हूं। मुझे डिजिटल से लेकर इलेक्ट्रॉनिक मीडिया का अनुभव है। मैं कॉपी राइटिंग, वेब कॉन्टेंट राइटिंग करना जानती हूं। मेरे पसंदीदा विषय दैनिक अपडेट, मनोरंजन और जीवनशैली समेत अन्य विषयों से संबंधित है।