देश की बड़ी ऑनलाइन फूड डिलीवरी कंपनी जिसने लोगों के खाने के अंदाज को ही बदल दिया। लेकिन अब इसकी शेयर मार्केट परफॉर्मेंस ने निवेशकों को टेंशन में डाल दिया है। मंगलवार को स्विगी (Swiggy) के शेयर 52 हफ्तों के सबसे निचले स्तर पर पहुंच गए। इस गिरावट ने सभी की नजरें इस स्टॉक पर जमा दी है। हम आपको इस खबर में बतायेगे कि आखिर Swiggy का शेयर क्यों गिर रहा हैं। इसके पीछे की वजह क्या है और निवेशकों को आगे क्या करना चाहिए।
मंगलवार सुबह 11:00 बजे तक SGI का शेयर 5% गिरकर ₹305.10 पर ट्रेड कर रहा था। इससे पहले यह ₹297 तक गिर चुका था जो इसका 52 हफ्तों का निम्नतम स्तर है। इस साल की शुरुआत से अब तक स्विगी (Swiggy) का शेयर करीब 45% गिर चुका है। 1 महीने में यह 10 फीसदी, 3 महीने में 18 फीसदी और 6 महीने में 34% टूटा है। यह ट्रेंड किसी भी निवेशक के लिए चिंता का विषय है। खासकर उन लोगों के लिए जिन्होंने आईपीओ में पैसा लगाया था। हालांकि मंगलवार की सुबह गिरावट के बाद शेयर थोड़ा संभला है। निचले स्तरों से करीब 4% की रिकवरी देखने को मिली है।
Swiggy का शेयर क्यों गिरा?
स्विगी (Swiggy) के शेयर में इस तेज गिरावट के पीछे की सबसे बड़ी वजह है प्री आईपीओ निवेशकों का लॉक इन पीरियड खत्म होना। 12 मई 2025 को प्री आईपीओ निवेशकों का 6 महीने का लॉक इन पीरियड खत्म हुआ। अब यह निवेशक अपने शेयर बाजार में बेच सकते हैं। मार्केट को डर है कि इतनी बड़ी मात्रा में शेयर बिकने से शेयर की कीमत नीचे आ सकती है। लॉक इन पीरियड वह समय होता है जिसमें आईपीओ से पहले के निवेशक अपने शेयर नहीं बेच सकते हैं। जैसे ही समय खत्म होता है शेयर बेचने का दबाव बढ़ता है।
चौथी तिमाही के नतीजे
इसके अलावा चौथी तिमाही में स्विगी का प्रदर्शन भी अच्छा नहीं रहा है। चौथी तिमाही में स्विगी का घाटा बढ़कर ₹181 करोड़ पर पहुंच गया जो तीसरी तिमाही में ₹55 करोड़ के करीब था। यानी एक तिमाही में ही घाटा बढ़कर दोगुना हो गया है। हालांकि कंपनी के रेवेन्यू में\ अच्छी ग्रोथ देखी गई है। कंपनी की आय 45% बढ़कर 4410 करोड़ हो गई। लेकिन खर्च भी बहुत ज्यादा बढ़े। खासकर क्विक कॉमर्स इंस्टमार्ट (instamart) में इन्वेस्टमेंट के कारण कंपनी का कामकाजी घाटा ₹962 करोड़ पर पहुंच गया। इससे साफ है कि कंपनी की आमदनी तो बढ़ी लेकिन खर्च उससे ज्यादा हो गया, जिससे घाटा और भी गहरा हो गया।
जब ऑर्डर और रेवेन्यू बढ़ रहा है तो घाटा क्यों?
स्विगी (Swiggy) का कुल ग्रॉस ऑर्डर वैल्यू 40% बढ़कर 12,888 करोड़ हो गया है। इंस्टमार्ट (instamart) कंपनी का ग्रोसरी डिलीवरी प्लेटफार्म जिसमें GOV में 101% की जबरदस्त ग्रोथ देखी गई है। इसका मतलब है कि यूजर स्विगी (Swiggy) का इस्तेमाल पहले से ज्यादा कर रहे हैं। अब सवाल यह उठता है जब आर्डर रेवेन्यू बढ़ रहा है तो नुकसान क्यों हो रहा है? जवाब है बिजनेस एक्सपेंशन और भारी खर्च।
ब्रोकरेज फर्म्स की राय
नतीजों के बाद जेपी मॉर्गन ने स्विगी (Swiggy) को ओवरवेट रेटिंग के साथ ₹540 का लक्ष्य दिया है। पहले ₹620 का लक्ष्य दिया था। सीएलएसए ने एक्यूमुलेट की रेटिंग दी है और टारगेट ₹585 घटाकर ₹500 कर दिया है। जेफरीज ने होल्ड की रेटिंग दी है और ₹380 का टारगेट दिया है। वस्टीन ने आउट परफॉर्मस की रेटिंग और ₹435 का टारगेट दिया है। सिटी ने आउटपरफॉर्म की रेटिंग और ₹435 का टारगेट दिया है और मैक्वरी ने अंडर परफॉर्म की रेटिंग और ₹260 का टारगेट दिया है।
निवेशकों के लिए सलाह
कुल मिलाकर ब्रोकरेज हाउस ने मौजूदा भाव से ऊपर के लक्ष्य दिए हैं। मैक्वरी ने मौजूद भाव के नीचे का टारगेट दिया है। मौजूदा समय में हाई रिस्क टॉलरेंट रखने वाले निवेशक धीरे-धीरे छोटे हिस्सों में निवेश कर सकते हैं। लेकिन ध्यान रखें अभी अनिश्चितता बहुत ज्यादा है। लो रिस्क वाले निवेशक फिलहाल दूर ही रहें और कंपनी के प्रदर्शन पर नजर बनाए रखें।
डिस्क्लेमर – यह खबर हमने सिर्फ आपकी जानकारी के लिए तैयार की है। अगर आपको किसी शेयर में निवेश करना है तो अपने निवेश सलाहकार से राय जरूर लें।