इंदौर। कोई भीख मांगे तो देने वाला खबरदार हो जाए कि अब यह गैर कानूनी मान लिया गया है। इंदौर सहित देश भर के दस शहरों में नियम तय कर दिया गया है कि भीख देने वाले पर केस दर्ज किया जाएगा। केंद्र सरकार के खास प्रोजेक्ट के तहत मुहिम शुरू की गई है। इंदौर के अलावा दिल्ली, बंगलुरू, चेन्नई, हैदराबाद, लखनऊ, मुंबई, नागपुर, पटना में भी भीख देना अपराध होगा।
प्रोजेक्ट के अधिकारी दिनेश मिश्रा ने कहा कि दो साल के अध्ययन के बाद हमने रिपोर्ट तैयार की। कई जगह लोगों ने इसे धंधा बना लिया है। हमें पता चला कि मुंबई सहित कुछ जगह के अधिकारी तो करोड़पति हैं। पक्का घर, गाड़ी, गहने सब कुछ है। भिखारियों के बच्चे महंगे स्कूल में पढ़ रहे हैं। राजस्थान की एक गैंग तो देश भर में जगह-जगह बच्चों से भीख मंगवाती थी। उन्हें पगार भी देते थे। कई भिखारियों के बैंक अकाउंट में लाखों रुपए हैं। कुछ तो ब्याज पर पैसा चलाते हैं। एक बार छापा मारा तो भिखारी होटल में रह रहे थे।
मध्यप्रदेश में सामाजिक कल्याण मंत्री नारायण सिंह कुशवाह ने कहा कि इंदौर के ही एक संगठन ने इस प्रोजेक्ट में सरकार की मदद की है। उन्होंने ये पेशकश भी की है कि वो भिखारियों को छह महीने तक संभालेंगे। खाना, रहना तो करवाएंगे ही, कुछ काम भी सिखाएंगे।