जम्मू-कश्मीर विधानसभा में 370 पर संग्राम, सदन में हंगामा – हाथापाई

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श्रीनगर । जम्मू कश्मीर विधानसभा (Jammu Kashmir Assembly)में गुरुवार को भी आर्टिकल 370 पर काफी हंगामा हो रहा है। आर्टिकल 370 पर हाथापाई की भी नौबत आ गई। इस दौरान पोस्टर भी फाड़े गए। लागेट के विधायक शेख खुर्शीद सदन में एक पोस्टर लेकर पहुंच गए थे, जिसमें आर्टिकल 370 की बहाली की मांग की गई थी। 

जम्मू-कश्मीर विधानसभा में 370 पर संग्राम, सदन में हंगामा - हाथापाई

image credit: Youtube

इस पोस्टर को देखकर बीजेपी के विधायक भड़क गए और उन्होंने उनके हाथ से उस पोस्टर को छीन लिया। इस दौरान हाथापाई की नौबत आ गई। बीजेपी विधायकों ने शेख खुर्शीद के हाथ से पोस्टर लेकर उसे फाड़ दिया। इसके बाद बीजेपी एमएलए ने जमकर हंगामा किया। आर्टिकल 370 को हटाने को लेकर सरकार की तरफ से पास बिल गुस्साई भीड़ सरकार के खिलाफ नारेबाजी कर रही थी. इसी दौरान लंगेट विधानसभा सीट से अवामी इत्तेहाद पार्टी के विधायक खुर्शीद अहमद शेख सदन में आर्टिकल 370 को हटाने से जुड़ा बैनर दिखाने लगे।

बैनर देखते ही भिड़ गए विपक्षी विधायक बैनर दिखाए जाने का बीजेपी नेता और विधानसभा में विपक्ष के नेता सुनील शर्मा ने विरोध किया। इसके बाद पक्ष और विपक्ष के विधायकों के बीच हाथापाई शुरू हो गई। हंगामा बढ़ने पर बीच बचाव के लिए मार्शल को आना पड़ा। इसके बाद सदन की कार्यवाही कुछ देर के लिए स्थगित कर दी गई । बता दें कि खुर्शीद अहमद शेख बारामूला से लोकसभा सांसद इंजीनियर राशिद के भाई हैं।

पाकिस्तान का हौसला बढ़ा रही है सरकार: निर्मला

बीजेपी नेता निर्मला सिंह ने कहा कि 370 अब इतिहास बन गया है। उमर अब्दुल्ला सरकार पाकिस्तान का हौंसला बढ़ा रही है। वहीं, बीजेपी नेता रवींद्र रैना ने कहा कि 370 ने जम्मू कश्मीर में आतंकवाद, अलगाववाद और पाकिस्तान की मानसिकता को जन्म दिया। ऐसे में 370 के प्रस्ताव को गैर संवैधानिक तरीके से विधानसभा में लाकर चोरों की तरह छिपकर जल्दबाजी में पेश करना दिखाता है कि नेशनल कॉन्फ्रेंस और कांग्रेस दोबारा जम्मू कश्मीर में हालात खराब करना चाहती है।

जम्मू-कश्मीर विधानसभा में विशेष राज्य के दर्जे का प्रस्ताव पारित होने के बाद मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने कहा था कि विधानसभा ने अपना काम कर दिया है। इस प्रस्ताव में विशेष दर्जे को एकतरफा तरीके से हटाए जाने पर चिंता भी व्यक्त की गई। हंगामे के बीच इस प्रस्ताव को स्पीकर ने बिना किसी बहस के ध्वनिमत से पारित कर दिया गया था।