मुंबई: मुंबई में ओला और उबर ड्राइवरों की हड़ताल का आज पांचवा दिन है। शहर भर में हज़ारों लोग परेशान और फँसे हुए हैं, इसके साथ ही कई लोग यात्रा के दूसरे तरीके ढूँढ़ने के लिए परेशान हो रहे हैं। इसके अलावा कंपनियों ने इस हड़ताल के बारे में पर्याप्त जानकारी या सहायता शेयर नहीं की है, जिससे यात्रियों की स्थिति और भी ख़राब हो गई है।
लोगों ने सोशल मीडिया, खासकर एक्स (जिसे पहले ट्विटर कहा जाता था) पर अपना गुस्सा और परेशानियां शेयर की हैं। एक यात्री ने सुबह-सुबह अपनी परेशानी के बारे में पोस्ट करते हुए लिखा: “आज सुबह मुंबई में एयरपोर्ट छोड़ने के लिए कैब ढूँढ़ने में काफ़ी मशक्कत करनी पड़ी। आपने बुकिंग की और वो आदमी कहता है, हड़ताल है! क्या हाल है दोस्तों?”
एक और निराश यात्री ने एक्स पर महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस को टैग करते हुए तत्काल मदद की मांग की और लिखा: “सर, कृपया मुंबई में ओला, उबर की हड़ताल का समाधान करें। एयरपोर्ट या रेलवे स्टेशन पहुँचने का कोई दूसरा ऑप्शन नहीं है। कृपया इसे गंभीरता से लें, लोग परेशान हैं।”
कई अन्य लोग भी अपनी परेशानी सोशल मीडिया पर व्यक्त कर रहे हैं, कह रहे हैं कि कैब सेवाओं से कोई उचित अपडेट नहीं मिल रहा है और कोई आसान परिवहन विकल्प उपलब्ध नहीं है। हड़ताल ने बहुत परेशानी पैदा कर दी है, खासकर उन लोगों के लिए जिन्हें फ्लाइट या ट्रेन पकड़नी है।
ओला-उबर पर भी यूजर ने जमकर भड़ास निकली। कंपनियों की सूचनाओं का ज़िक्र करते हुए, एक यूज़र ने कहा, “क्या आप लोग कम से कम यह सूचना नहीं दे सकते कि ड्राइवर हड़ताल पर हैं और कृपया कोई दूसरा परिवहन ढूँढ़ें।” यूज़र ने आगे कहा, “मुझे बिल्कुल भी अंदाज़ा नहीं था कि ड्राइवर हड़ताल पर हैं और मैं 4 घंटे तक लगातार कैब बुक करता रहा!!”
ओला-उबर हड़ताल पर क्यों हैं?
ओला, उबर और रैपिडो के ड्राइवर मुंबई, पुणे और नागपुर में ज़्यादा वेतन, कमीशन में कटौती और बेहतर कामकाजी परिस्थितियों की माँग को लेकर हड़ताल पर हैं। ओला-उबर ड्राइवर की हड़ताल इस सप्ताह के मध्य में शुरू हुई और लगभग 70 प्रतिशत कैब सड़कों से नदारद रहीं। इस हड़ताल से दैनिक यात्रा, खासकर हवाई अड्डों, रेलवे स्टेशनों और स्कूल आने-जाने के दौरान लोगो को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा।
चालक संघ अब आज़ाद मैदान में धरना देने की योजना बना रहे हैं। अपनी मांगों पर ज़ोर देने के लिए चालक संघ ऐप-आधारित टैक्सी सेवाओं को पूरी तरह से बंद करने का आह्वान कर रहे हैं। विभिन्न संघठनो के तहत संगठित हड़ताली चालक अपनी मांगों को ज़ोरदार ढंग से उठाने के लिए ऐप-आधारित कैब सेवाओं को पूरी तरह से बंद करने पर ज़ोर दे रहे हैं।