नई दिल्ली: बिहार के पूर्व मंत्री और RJD सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के बड़े बेटे तेज प्रताप यादव ने रविवार की सुबह अपने माता-पिता को संबोधित करते हुए और “विश्वासघात” पर आरोप लगाने के कुछ घंटों बाद ही एक और भावुक पोस्ट सोशल मीडिया पर लिखी। इस पोस्ट में तेजप्रताप ने अपने छोटे भाई तेजस्वी यादव के लिए एक भावनात्मक नोट लिखा, जिसमें उन्होंने तेजस्वी को अपना “अर्जुन” बताया और खुद की तुलना कृष्ण से की है।
तेजप्रताप ने उन्होंने एक्स पर लिखा, “जो लोग मुझे मेरे अर्जुन से अलग करने का सपना देखते हैं, वे अपनी साजिशों में कभी सफल नहीं होंगे, आप कृष्ण की सेना ले सकते हैं, लेकिन कृष्ण को नहीं।”
इसी पोस्ट में तेज प्रताप ने पारिवारिक विवाद के बीच तेजस्वी के प्रति अपनी वफादारी की पुष्टि भी की। तेजप्रताप ने इस पोस्ट में लिखा, “मैं बहुत जल्द हर साजिश का पर्दाफाश करूंगा। बस मेरे भाई, मुझ पर विश्वास बनाए रखना, मैं हर परिस्थिति में तुम्हारे साथ हूं। अभी मैं दूर हूं, लेकिन मेरा आशीर्वाद हमेशा तुम्हारे साथ था और रहेगा। मेरे भाई, मम्मी-पापा का ख्याल रखना। जयचंद हर जगह हैं — घर के अंदर भी और बाहर भी।”
यह भावुक संदेश उस पोस्ट के कुछ ही घंटे बाद आया जिसमे तेज प्रताप ने अपने माता-पिता लालू प्रसाद यादव और राबड़ी देवी को संबोधित करते हुए उन्होंने उनसे प्यार और समर्थन की गुहार लगाई थी। उन्होंने कहा, इससे पहले वाले पोस्ट में लिखा था “मेरे प्यारे मम्मी-पापा… मेरी पूरी दुनिया सिर्फ आप दोनों हैं। आप और आपका दिया हुआ कोई भी आदेश भगवान से भी बड़ा है। मुझे सिर्फ आपका भरोसा और प्यार चाहिए और कुछ नहीं।”
बिहार की राजनीति में पिछल एक सप्ताह काफी नाटकीय रहा था, इसके बाद अब तेज प्रताप की लगातार एक के बाद एक पोस्ट सोशल मीडिया पर आई है। अभी कुछ दिन पहले ही आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद ने कथित तौर पर “नैतिक मूल्यों” की अवहेलना करने और पार्टी के सिद्धांतों को ठेस पहुंचाने के लिए तेज प्रताप को पार्टी और परिवार दोनों से निकाल दिया था।
दरअसल तेज प्रताप पर यह कार्रवाई एक विवादास्पद फेसबुक पोस्ट के बाद हुई, जिसमें उन्होंने अनुष्का नाम की एक महिला के साथ 12 साल लंबे रिश्ते की बात की थी। इस पोस्ट के बारे तेजप्रताप ने सफाई दी थी कि यह उनके सोशल मीडिया अकाउंट हैक की वजह से किसी ने की थी।
तेजस्वी यादव, जिन्हें बिहार में आरजेडी का मुख्य चेहरा माना जाता है, ने खुद को विवाद से अलग रखा लेकिन अपने भाई के व्यक्तिगत निर्णय लेने के अधिकार का समर्थन किया।
उन्होंने पत्रकारों से कहा:
“हम ऐसी चीज़ों को बर्दाश्त नहीं कर सकते। अगर बात मेरे बड़े भाई की है, तो राजनीतिक जीवन और व्यक्तिगत जीवन अलग-अलग होते हैं। उन्हें अपने निजी फैसले लेने का पूरा हक है।”
यह बढ़ता पारिवारिक विवाद एक बार फिर यादव परिवार की आंतरिक खींचतान को सामने लाता है — जिसमें तेज प्रताप का अपनी पत्नी ऐश्वर्या राय (पूर्व मुख्यमंत्री दरोगा राय की पोती) से कड़वाहट भरा अलगाव भी शामिल है।
26 मई को अपने फैसले की घोषणा करते हुए लालू ने कहा था: “व्यक्तिगत जीवन में नैतिक मूल्यों की अनदेखी सामाजिक न्याय के लिए हमारे सामूहिक संघर्ष को कमजोर करती है… मेरे बड़े बेटे के कार्य, सार्वजनिक आचरण और गैर-जिम्मेदाराना व्यवहार हमारे परिवार के सिद्धांतों के अनुरूप नहीं हैं। इसलिए, इन परिस्थितियों में, मैं उसे पार्टी और परिवार से निकाल रहा हूँ।”
तेजप्रताप यादव के छोटे भाई और बिहार में आरजेडी के मुख्य चेहरे के रूप में देखे जाने वाले तेजस्वी यादव ने खुद को इस विवाद से अलग रखा लेकिन अपने भाई के व्यक्तिगत निर्णय लेने के अधिकार का समर्थन किया था।
तेजस्वी ने पत्रकारों से कहा था “हम ऐसी चीज़ों को बर्दाश्त नहीं कर सकते। अगर बात मेरे बड़े भाई की है, तो राजनीतिक जीवन और व्यक्तिगत जीवन अलग-अलग होते हैं। उन्हें अपने निजी फैसले लेने का पूरा हक है।”