चांदी तोड़ेगी Gold का रिकॉर्ड, 2 लाख रुपये होगी कीमत!

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Silver Price

चांदी की कीमतों (Silver Price) में इन दिनों आग लगी हुई है। सोने (Gold) से ज्यादा अब चांदी (Silver) चमक रही है। 2025 में चांदी (Silver) की कीमतों में 30% तक की बढ़ोतरी देखने को मिली है। चांदी (Silver) के दाम पहली बार ₹1,14,000 प्रति किलो के स्तर पर पहुंच चुके हैं। आगे चांदी की (Silver) चाल कैसी रह सकती है? चांदी में तेज उछाल के पीछे क्या बड़ी वजह हैं? और क्या यह सही वक्त है चांदी में निवेश का? आपके इन सब सवालो के जवाब यहाँ देंगे। 

चांदी पहली बार 1,14,000 के ऊपर

भारत में पहली बार चांदी (Silver) ₹1,14,000 प्रति किलो के ऊपर निकली है। अंतरराष्ट्रीय बाजारों में भी चांदी (Silver) $39 प्रति औस के ऊपर ट्रेड कर रही है। साल 2011 के बाद का यह सबसे ऊंचा स्तर है। इस साल अब तक चांदी में 30% से ज्यादा की बढ़त देखने को मिल चुकी है। 

क्यों है चांदी की कीमतों में तेज़ी?

मौजूदा वक्त में चांदी (Silver) की कीमतों में तेजी के पीछे चार बड़ी वजह बताई जा रही हैं। पहली ग्लोबल इंडस्ट्रियल मांग में तेजी। चांदी अब सिर्फ एक प्रेसियस मेटल नहीं बल्कि मॉडर्न इंडस्ट्रियल वर्ल्ड की जरूरत बन गई है। सोलर पैनल, इलेक्ट्रिक व्हीकल, 5G सेमीकंडक्टर्स से लेकर बैटरियों तक में हर जगह चांदी (Silver) का इस्तेमाल हो रहा है। ग्रीन एनर्जी मूवमेंट जैसे-जैसे बढ़ रहा है, इंडस्ट्रियल यूज़ के लिए चांदी की डिमांड लगातार रिकॉर्ड हाई पर है। 

इसके अलावा सोने (Gold) के दामों में रिकॉर्ड तेजी के चलते निवेशकों ने चांदी (Silver) में भी मौका ढूंढा है। चांदी का ईटीएफ इन्वेस्टमेंट भारत समेत दुनिया भर में 2025 में ऐतिहासिक ऊंचाई पर पहुंच गया है। चांदी को महंगाई और करेंसी रिस्क के खिलाफ बेहतर हेज माना जा रहा है। 

तीसरा डिमांड सप्लाई में गैप। बीते 4-5 सालो में चांदी (Silver) का उत्पादन मांग के मुकाबले कम है। 2025 में यह गैप 700 मिलियन औंस से ज्यादा का हो सकता है। माइनिंग लाइफ और नई डिस्कवरीज में गिरावट से सप्लाई दबाव में है। जबकि डिमांड कई गुना बढ़ गई है। 

चौथा भारत में चांदी की पारंपरिक और नई डिमांड। 2025 के त्योहारी मौसम में यह मांग कई गुना बढ़ने की संभावना है। जिससे कीमतों को और सपोर्ट मिला है। 

क्या आगे भी चांदी में तेज़ी रहेगी?

अब सवाल यह है कि चांदी (Silver) में तेज उछाल के बाद आगे भी बढ़ोतरी जारी रहेगी या यहां से गिरावट आ सकती है? बाजार के जानकारों के मुताबिक शॉर्ट टर्म में ₹1,20,000 प्रति किलो तक जाने की संभावना है। मार्च 2026 तक ₹1,40,000 प्रति किलो तक जाने का अनुमान है। अगर डिमांड ट्रेंड ऐसा ही बना रहा तो 2026 के आखिर तक ₹2,00,000 लाख प्रति किलो का टारगेट भी मुमकिन है। 

क्या सोने से ज्यादा रिटर्न देगी चांदी

अब सवाल यह है कि क्या सोने (Gold) को रिटर्न के मामले में चांदी (Silver) पीछे छोड़ देगी? गोल्ड की कीमतों में भी उछाल जारी है। लेकिन गोल्ड महंगा हो चुका है और उनका यील्ड सीमित माना जा रहा है। वहीं चांदी अब भी गोल्ड के मुकाबले सस्ती मानी जा रही है और इसका इंडस्ट्रियल यूज़ इसे लंबे वक्त तक टिकाऊ बनाता है। चांदी (Silver) में तेजी को देखते हुए यह कहना गलत होगा। सोने की चमक हमेशा रही है। लेकिन अब चांदी की बारी है। आपका इसके बारे में क्या सोचना है? कमेंट करके बताएं और बने रह विस्तक के साथ।

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"पत्रकारिता का मुख्य काम है, लोकहित की महत्वपूर्ण जानकारी जुटाना और उस जानकारी को संदर्भ के साथ इस तरह रखना कि हम उसका इस्तेमाल मनुष्य की स्थिति सुधारने में कर सकें।” इसी उद्देश्य के साथ मैं पिछले 10 वर्षों से पत्रकारिता के क्षेत्र में काम कर रही हूं। मुझे डिजिटल से लेकर इलेक्ट्रॉनिक मीडिया का अनुभव है। मैं कॉपी राइटिंग, वेब कॉन्टेंट राइटिंग करना जानती हूं। मेरे पसंदीदा विषय दैनिक अपडेट, मनोरंजन और जीवनशैली समेत अन्य विषयों से संबंधित है।